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Tuesday, July 3, 2012

Fwd: [Right to Education] आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग के बारे में अधिसूचना



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From: Vilaschandra Kabra <notification+kr4marbae4mn@facebookmail.com>
Date: 2012/7/3
Subject: [Right to Education] आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग के बारे में अधिसूचना
To: Right to Education <167844673250090@groups.facebook.com>


आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग के बारे में अधिसूचना...
Vilaschandra Kabra 12:24pm Jul 3
आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग के बारे में अधिसूचना
केन्‍द्रीय प्रत्‍यक्ष कर बोर्ड ने 28 मार्च, 2012 को एक अधिसूचना जारी की थी, जिसके अनुसार आकलन वर्ष 2012-13 के लिए आयकर रिपटर्न ई-फाइलिंग के जरिए भरना निम्‍न श्रेणियों के लिए अनिवार्य कर दिया गया था।

• कोई व्‍यक्ति या अविभक्‍त हिन्‍दू परिवार, जिसकी कुल आय, या पिछले वर्ष की कुल आय जिस पर आयकर आकलन किया जाना है, 10 लाख रूपये से अधिक है, और

• कोई व्‍यक्ति या अविभक्‍त हिन्‍दू परिवार, निवासी होने के नाते, जिसकी भारत से बाहर परिसंपत्तियां हैं (किसी संस्‍था में आर्थिक हितों सहित) या भारत से बाहर किसी खाते में हस्‍ताक्षरधारी है और जिसे प्रपत्र आईटीआर-2 या आईटीआर-3 या आईटीआर-4 में आयकर रिटर्न भरना है।

लेकिन इन करदाताओं के लिए डिजिटल हस्‍ताक्षर अनिवार्य नहीं होंगे और वे आयकर रिटर्न का विवरण इलेक्‍ट्रानिक तरीके से भी भेज सकते हैं और बाद में रिटर्न का सत्‍यापन प्रपत्र आईटीआर-5 में भेज सकते हैं।

डिजिटल हस्‍ताक्षरों के साथ आयकर रिटर्न की ई-फाइलिंग पहले से ही जिनके लिए अनिवार्य है, वे हैं – वह कंपनी, जिसे प्रपत्र आईटीआर-6 में रिटर्न भरनी है या फर्म जिसे आईटीआर-5 में रिटर्न भरनी है या कोई व्‍यक्ति या अविभक्‍त हिन्‍दू परिवार जिसे आईटीआर-4 में रिटर्न भरनी है और जिन पर खंड 44एबी की व्‍यवस्‍थाएं लागू हैं। आयकर विभाग को वर्ष 2011-12 में ई-फाइलिंग के जरिए 1.64 करोड़ आयकर रिटर्न के फार्म प्राप्‍त हुए हैं। ई-फाइलिंग आयकर रिटर्न भरने का एक आसान, तेज और सुरक्षित तरीका है। ये फार्म केन्‍द्रीकृत प्रोसेसिंग सेंटर, बंग्‍लूरू (कर्नाटक) में प्रोसेस किए जाते हैं। ई-फाइलिंग के आयकर रिटर्न प्रपत्रों की प्रोसेसिंग बहुत तेजी से होती है और जिनका रिफंड बनता है, उन करदाताओं को जल्‍दी फंड मिल जाता है। जो आयकरदाता ई-फाइलिंग के जरिए आयकर रिटर्न भरते हैं, उन्‍हें आयकर विभाग कुछ और महत्‍वपूर्ण सेवाएं भी उपलब्‍ध कराता है, जैसे रिफंड की जानकारी, आयकर जमा की स्थिति (प्रपत्र 26एएस), ई-मेल और करदाताओं को प्रोसेसिंग और रिफंड की स्थिति के बारे में एसएमएस सूचना आदि।

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