THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

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Monday, May 11, 2015

बलिहारी उनकी भी,जो नहीं समझते कि हिंदू साम्राज्यवाद क्या है! पलाश विश्वास

बलिहारी उनकी भी,जो नहीं समझते कि हिंदू साम्राज्यवाद क्या है!

पलाश विश्वास

  1. Histroy Of Hindu Imperialism - Internet Archive

  2. https://archive.org/details/HistroyOfHinduImperialism

  3. Jun 27, 2013 - History of Hindu Imperialism Written by Swami Dharma Theertha.

  4. History of Hindu Imperialism: Dharma Theertha - Amazon.com

  5. www.amazon.com/History-Hindu-Imperialism-Dharma.../B0007JXZKQ

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  7. History of Hindu Imperialism - Gautam Book Center

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  11. First Book: The Dark World Of Hinduism - Harun Yahya

  12. m.harunyahya.com/tr/.../First-Book-The-Dark-World-Of-Hinduism

  13. Hindu recluses believe that a life of hunger, destitution and pain will lead them ... The author of History of Hindu Imperialism, Swami Dharma Theertha explains:

  14. HISTORY OF HINDU IMPERIALISM - Google Groups

  15. https://groups.google.com/d/topic/soc.culture.indian.../ayhbLel_f2E

  16. Jul 8, 1996 - Book title: History of Hindu imperialism. Author: Swami Dharma Theertha (1893-1978) Publishers: Dalit educational literature centre, P.O.Box.

  17. History Of Hindu Imperialism - Google Books

  18. books.google.com/books/about/History_Of_Hindu_Imperialism.html?id...

  19. This Book Is Written With A Keen Insight Into The Historical Development OfHinduism From The Earliest Times.

  20. History of Hindu Imperialism - AbeBooks

  21. www.abebooks.com/History-Hindu-Imperialism-Swami-Dharma.../bd

  22. AbeBooks.com: History of Hindu Imperialism: Used hardback copy. Some wear but generally good copy. xv, 260pp, viii.

  23. Hindu Wisdom - European Imperialism

  24. www.hinduwisdom.info/European_Imperialism.htm

  25. To understand Hinduism, it is necessary that we examine its history and marvel ..... no holy wars and have refrained from that proselytizing religious imperialism ...

  26. The History of Hindu Imperialism | Tags | Home - తెలుగు ...

  27. kinige.com/tag/The+History+of+Hindu+Imperialism

  28. Browsing Books under category: The History of Hindu Imperialism on Kinige. About Kinige: Welcome to Telugu book world. By the Telugu for the Telugu!

  29. SRFTI - History of Hindu Imperialism by Sawmi Dharma...

  30. https://www.facebook.com/permalink.php?story_fbid...id...

  31. History of Hindu Imperialism by Sawmi Dharma Theertha (Dalit Classics, Exclusive Rare Book)


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नेपाल भूकंप की आड़ में हिंदू साम्राज्यवादी एजंडा का हम लोग लगातार पर्दाफाश कर रहे हैं।लेकिन भारत के लोगों को मालूम ही नहीं पड़ रहा है कि यह हिंदू साम्राज्यवाद क्या बला है।


भारत के गृहमंत्री एकदा प्रधानमंत्रित्व के मजबूत उम्मीदवार राजनाथ सिंह मोदी ममता युगलबंदी से टैगोर के भूगोल को केसरिया बनने के दिन ही अयोध्या में गये और हमनुमानगढ़ी से उनका उद्गार लाइव प्रसारित हुआ कि राज्यसभा में बहुमत नहीं है और इसीलिए राममंदिर वे कानून बनाकर पास नहीं कर सकते।भलें नहीं वह नारा,अयोध्या झांकी है,मथुरा काशी बाकी है।


आनंद पटवर्द्धन की फिल्म राम के नाम फिर एक दफा देख लें।वैसे अयोध्या के बाद काशी और मथुरा से लेकर उत्तर पूर्व पश्चिम दक्खिन सर्वत्र झांकियों में गुजरात लहलहाने लगा है।


वैसे गृहमंत्री के इस बयान से हिंदुत्व एजंडा का कुछ लेना देना नहीं है और न ही इससे न संघ परिवार का एजंडा साफ होता है और न हिंदू साम्राज्यवाद के ग्लोबल महाविध्वंस का।विदेशी पूंजी और विदेशी हित कारपोरेट केसरिया राज की सर्वोच्च प्राथमिकता है और शत प्रतिशत हिंदुत्व के राजकाज में राम मंदिर एक दिलफरेब शिगूफा के अलावा कुछ भी नहीं है।


बिना बहुमत जब दो तिहाई बहुमत से संविधान संशोधन कानून तक पास कराकर नरमेध की वधसंस्कृति लहालहा रही है 1991 से,जबकि बाबरी विध्वंस हुए जमाना बीत रीत गया,हिदुत्व के कारोबारी राम की सौगंध खाकर बच्चा बच्चा रामनाम के हवाले करने के बावजूद,सत्ता में होने के बावजूद वोट बैंक समीकरण साधने के लिए मुसलमानों को टोपी पहनाने की धर्मनिरपेक्षता की तर्ज पर निरंतर राम मंदिर राम मंदिर जयश्री राम जय श्रीराम जाप कर रहा है।


भव्य तो क्या,राम मंदिर के नाम पर कुछ नहीं करने वाला यह संघ परिवार क्योंकि राममंदिर दरअसल उसके एजंडे में हैं ही नहीं।वैसे भी शतप्रतिशत हिंदुत्व के हिंदू राष्ट्र में हर धर्मस्थल राम मंदिर ही ठैरा।


दरअसल अधर्म जिनका धर्म है,आस्था जिनका कारोबार है,मनुस्मृति जिनका नस्ली रंगभेदी  शासन है और मनुष्य और प्रकृति का महाविनाश जिनका परमार्थ है,उनका धर्म कर्म सबकुछ मनुष्यता के विरुद्ध युद्ध अपराध का बेइंतहा सिलसिला है जिससे कयामती मंजर भले बनते नजर य़ाये,कहीं कोईराम का मंदिर बन ही नहीं सकता।


जैसे बंगाल के हिंदू और मुसलमान,शरणार्थी और आदिवासी धर्मोन्मादी धर्मनिरपेक्ष ध्रूवीकरण के झांसे में सच्चर रपट का यथार्थ भूले हैं और पीपीपी विकास की नूरा कुश्ती के बाद अब झूलनोत्सव में मगन है,बाकी देश भी उसीतरह रामराज्य है।


केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) की ओर से शुक्रवार को जारी भारत के लिए कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत आज 65.81 डॉलर प्रति बैरल रही।


रुपये की कमजोरी फिर से डराने लगी है। आज डॉलर के मुकाबले रुपये का भाव 20 महीने के निचले स्तर पर लुढ़क गया। अब 1 डॉलर की कीमत 64 रुपये तक पहुंच गई है।


इसी माहौल में खुदरा कारोबार से बनियों को बेदखल करने के लिए उनकी पार्टी  के बिजनेस फ्रेंडली राजकाज के तहत 5 ऑनलाइन रिटेल कंपनियों को कंपीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया यानि सीसीआई ने राहत दी है।


रफ़ाल युद्धक विमानों के सौदे के बारे में काफी कुछ छपा है।अब कहा जा रहा है कि भारतीय सेना के पास लड़ने के वास्ते हथियार नहीं है।परमाणु रिएक्टरों का जाल,अंतर्जाल के डिजिडल देश में बुलेट ट्रेन,भारत निर्माण,भारत माला के मध्य राष्ट्र का सैन्यीकरण तेज तेज तेज।यही है संघ परिवार का स्वराज रामराज्य।


हर बार बड़े रक्षा सौदों के वक्त यही कहा जाता है और सीमा पर युद्ध का माहौल बनाया जाता है।ग्लोबल हिंदुत्व की ब्रांडिंग में भारत के जिन नवअरबपति का सबसे बड़ा योगदान हैं,भारत के सारे समुद्रतट जिनके नाम कर दिये गये हैं और सरकारी बैंकों से जिन्हें अरबों का कर्ज निवेश के लिए मिल रहा है, रफ़ाल और दूसरे सौदों में उनकी सबसे बड़ी भूमिका है।


भारत माला स्मार्ट सिटी बनाने में ट्रिलियन डालर का स्कैम दरअसल राममंदिर एजंडा है।



हो तो हो,हमारा आपका क्या बनता बिगड़ता है।इस देश की जनता की औकात उसके पांचसाला मताधिकार से बढ़कर कुछ नहीं है।


वोट निपट गया तो फिर वहीं कुत्ते की गत।चाहे खेतों खलिहान में खुदकशी करें,चाहे दुकान में फांसी लगा लें,चाहें घर में बिना इलाज मरें,चाहे बंद कल कारखानों या चायबागानों के साथ दम तोड़ दें या चाहे महानगरों के फुटपाथ पर कुत्तों की तरह सोते हुए किसी महानायक की कार के नीचे कुत्ते की मौत मरें।


हम बार बार लिख रहे हैं कि इस धरती पर सेबी से बड़ा कोई पोंजी नेटवर्क है नहीं।जिन्हें शेयरबाजार समझ में नहीं आता वे कायदे से आईपीएल का स्कोर देख लिया करें।


अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के पिटे हुए तमाम घोड़े कैसे रेसकोर्स पर सरपट दौड़ते हैं और हर चौके और हर छक्के और हर विकेट के साथ चियरिनों के साथ साथ सितारों के जलवा और विज्ञापनों के इंद्रधनुष सिडनी की आतिशबाजी में तब्दील है।इसके साथ दुनियाभर की सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग को जोड़ ले।कुल मिलाकर शेयर बाजार का किस्सा यहींच।


अब राजकाज यही है कि

अब बुनियादी जरुरत यही हैकि

अब मसला यही है सिर्फ

अब भारत निर्माण के साथ साथ

भव्य राममंदिर का मेकिंग इन यही है कि जैसे तैसे  दिसंबर अंततक सेनसेक्स को बत्तीस हजार तक कैसे पहुंचाया जाये।


रिजर्व बैंक को फिनिश करके सेबी के हवाले है अर्थव्यवस्था फिर भी विदेशी पूंजी और विदेशी हितों के लिए अनंत टैक्स होलीडे,विदेशी निवेशकों को पिछला टैक्स माफ करके भारतीय इंडिया इंक का बाजा बजाते हुए एकमुश्त खुदरा कारोबार,निर्माण विनिर्माण, ऊर्जा, संचार, कृषि, शिक्षा, चिकित्सा, परिवहन, विमानन ,खनन, बीमा, औषधि, रसायन, रेलवे,बंदरगाह,बैंकिंग सारे सेक्टर से देशी कंपनियों का सफाये,देशी उत्पादन प्रणाली के ध्वंस, विनिवेश, विनियंत्रण और विनियमन सुनामी के जरिये ग्लोबल हिंदुत्व के विस्तार के लिए जो हाई कस्ट इकोनामी का महाश्मशान बनाने के लिए सोने की चिड़िया प्राकृतिक संसाधनों का भूगोल विदेशी पूंजी के हवाले करने वास्ते इंडिया टीम बनायी जा रही है मेकिंग इन के तहत,वहीं शत प्रतिशत हिंदुत्व का वर्ण वर्चस्वी नस्ली हिंदू साम्राज्यवाद है जिसका प्रकृतिविरोधी,पर्यावरण विरोधी और मनुष्यविरोधी चेहरा नेपाल के महाभूकंप में बेपर्दा भी हो गया है।


अब भी लोगों को हिंदू साम्राज्यवाद समझ में नहीं आ रहा है तो बंगाल के मुसलमानों और बंगाल के हिंदुओं की तरह वे लोग बेहद मासूम हैं।


पण जिस इंडिया इंक बाकायदा जनादेश के कारपोरेटबंदोबस्त के तहत संघ परिवार की ताजपोशी की,उनका क्या होगा रे कालिया?


विदेशी पूंजी,विदेशी हितों की गुलाम बिजनेस फ्रेंडली सरकार ने पहले ही संघ परिवार के सबसे कट्टर समर्थक बनिया संप्रदाय यानि किराना बाजार से लेकर खुदरा कारोबार की हर अली गली कलि विदेशी पूंजी के हवाले कर चुकी है और अब यह सोने की चिड़िया बेचो ब्रिगेड न सिर्फ सरकारी उपक्रमों और महकमों का निजीकरण पीपीपी माडल के बगुला राज के तहत कर रही है,बल्कि अमेरिकी,इजराइली,चीनी,कोरियाई और जापानी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार से देशी कंपनियों को बेदखल करने लगी है।


मान्यवर,तेल की कीमतें तेज होने लगी हैं और हिमालय में झटके रोजाना तेज होने वाले हैं।नेपाल में कल ही चार रिक्टर स्केल से ज्यादा तेज झटके तीन बार महसूसे गये।अंडमान और कच्छ में भूंकप आ चुके हैं।दिल्ली से लेकर कोलकाता तक महाभूकंप क्षेत्र है तो समूचा समुद्रतट सुनामी क्षेत्र है और हरियाली उजाड़ो कार्यक्रम विदेशी कंपनियों वास्ते न सिर्फ पागल दौड़ है,बल्कि कहीं आफसा तो कहीं सलवा जुड़ुम है।


अलनिनो सिरहाने है और देशभर में फसलें चौपट है।हिमालय के तमाम ग्लेशियर पिघल रहे हैं।बिकी हुई ,बंधी हुई तमाम नदियों में या तो सूखा है.या डूब है या फिर परमाणु बम।जनसंख्या के सफाये का चाकचौबंद इंतजाम है तो बेलगाम मुद्रास्फीति का कार्निवाल है।


ब्याज दरें घटाते हुए,मौद्रिक कवायद से,चिटफंडिया अर्थव्यवस्था से, सैन्यदमन से,बेटिंग से ,फिक्सिंग से चाहे कुछ भी आजमा लो मंदी की काली छाया की चपेट में आने से बचा नहीं सकता।तमाम रियायतों के बावजूद चंचला लक्ष्मी विदेशी पूंजी के पांव ठहर नहीं रहे हैं भारत में।खुल्ला दरवाजा, खुल्ली खिड़कियों से जैसे आ रही है पूंजी,अगले ही क्षण वैश्विक इशारों से भाग रही है पूंजी।वित्तीय घाटा और राजस्व घाटा ही अब विकास दर है।


बजट में सारी सामाजिक योजनाएं खारिज।

बजट में महिलाओं, बच्चों, अनुसूचितों, आजिवासियों,शिक्षा,चिकित्सा और बुनियादी चीजं और सेवाओं के लिए अनुदान नहीं के बराबार।जल जंगल जमीन आजीविका नागरिकता प्रकृति और पर्यावरण के खिलाफ देश के चप्पे चप्पे में अश्वमेधी घोड़े और सांढ़ दौड़ रहे हैं।


भूकंप का सिलसिला है और केसरिया सुनामी है।कारपोरेटफंडिंग की सर्वदलीयसहमति की संसदीय राजनीति है और सड़कों पर बेइंतहा सन्नाटा है।राजधानी में सेंसर है और आप है।खेतों में शिलावृष्टि है।पहाड़ों में हिमस्खलन है या भूस्खन है तो मैदानों में थोक आत्महत्याएं है या थोक कत्लेआम।यही है हिंदू साम्राज्यवाद की दैवी मनुस्मृति रंगभेदी देवसंस्कृति और देवभाषा।


अब बताइये कि जब बजट में प्रावधान हैं नहीं तो वोट बैंक साधो अभियान के तहत जो सत्यनाराणण का प्रसाद और हरिलूठ के बतासे जनधन आधार विस्तार के तहत बांटे जा रहे हैं,उनका खर्च कहां से आयेगा।


बताइये कि क्षत्रपों की कल्कि अवतार के साथ एकांत वार्ता और उससे पैदा होने वाली इंडिया टीम का आशय क्या है।


मसलन हज्जारों लोग रोजाना दुर्घटनाओं में मारे जाते है,दो लाख के हिसाब से बिन बजट मुआवजा कौन देने वाला है या बिन बजट कोई किसी राज्य के कर्ज माफी से लेकर पैकेज तक का इंतजाम कैसे कर सकता है।किसी के बाप का खजाना नहीं है भारत का रोजकोष कि कोई हिंदू ह्रदय सम्राट छप्पन इंच की छाती खोले सुपरमैन की तरह हवाओं में बांहें फैलाये दिशा दिशा में खैरात बांटते चलें।अर्थव्यवस्था बिन बजट चले और राजकाज बिन संसद,बिन जनसुनवाई,बिन कानून के राज।


राज्यों के हित में क्षत्रपों के अवसरवाद को जरा समझिये जनाब और लोकलुभावन योजनाओं की आड़ में सर पर लटकी तलवारों से भी जरा सावधान रहें नागरिकों, नागरिकाएं।


मसलन अभी अभी बड़ी परदातोड़ बड़ी खबर: जयललिता को कोर्ट ने बरी किया। जयललिता समेत चारों लोग बरी। फोटो पर क्लिक करके पढ़ें लाइव अपडेट्स...शारदा फर्जीवाड़ा फिर।

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हम लोग लिख रहे थे कि माकपा के नये महासचिव की चुनौतियां क्या हैं।कामरेड महासचिव ने खुदै साफ कर दिया है कि उनकी इकलौती चुनौती बंगाल में कामरेडों को घुरे दाडा़नो का मौका बनाने का है,जो वे हर्गिज कांग्रेस के साथ नये सिरे से हानीमून का सिलसिला शुरु करके भी कर नहीं सकते।


संघ परिवार का वरदहस्त दीदी पर है और धर्मोन्मादी ध्रूनवीकरण पूरे महादेश में है।हिंदू साम्राज्यवाद के खिलाफ निर्णायक युद्ध के बिना इस महाभारत का मंजर नहीं बदलने वाला है।


जो बंगाल रवींद्र जयंती को नरेंद्र महोत्सव में बदलने की हद तक केसरिया है,वहां वामदल सिर्फ वोटबैंक समीकरण से खोये जनाधार वापस नहीं कर सकते।सारे समाीकरण पर अब घासफूल कमल एकाकार हैं।


अब भी लेकिन ट्रेड यूनियन आंदोलन पर लाला झंडे का वर्चस्व है और विडंवना है कि मेहनतकश तबके के हितों पर कुठाराघात करके न सिरफ बाबासाहेब के बनाये कानून एक के बाद एक खत्म किये जा रहे हैं,तमाम श्रम कानून भी खतम।इस खतम अभियान का सिलसिला जारी है और श्रम सुधारों की अगली किस्थ अभी बाकी है और मजे की बात है कि उसके खिलाफ संघ परिवार का भारतीय मजदूर संघ युद्धं देहि हैं और कामरेडकुल में सन्नाटा है।


नवउदारवादी जनसंहारी सत्ता का प्राणपखेरु जो लाल दुर्ग में भली भांति सुरक्षित है,कामरेड महासचिव ने परमाणु समझौते मुद्दे पर यूपीए सरकार से समर्थन वापसी के फैसले को भूल मानकर कांग्रेस के सात प्रेम पिंगों की उम्मीद में इसीकी खुलासा कर दिया है।अब खंडन मंडन विखंडन का क्या।


खैर सर्वहारा,बहुजन या अस्मिताओं में बंटी आत्मघाती आम जनता का क्या।हजारों हजार साल से गुलामों की आबादी जैसे बढ़ती है,वैसे ही सत्ता हित के अनंत वधस्थल पर उनका सफाया का अश्वमेध अभियान थमा नहीं कभी।


वे तो निमित्तमात्र हैं और अपना अपना कर्मफल भुगतते हुए परलोक कृतार्त करने के पिराक में जिंदगी गुजर बसर कर रहे हैं,लेकिन इस बाटमलैस अर्थव्यवस्था पर अरबों का दांव लगाये बैठे हजरतान का क्या होना है,जबकि हिंदू साम्राज्यवाद की वैदिकी सभ्यता विदेशी पूंजी और विदेशी हितों की बलिबेदी पर दाना पानी चारा डालकर उन्हें ओ3म स्वाहा करने लगी है।

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इस पर तुर्रा यह कि माननीय रक्षा मंत्री ने साफ कर दिया है कि किसी विदेशी सेनाओं के खिलाफ राष्ट्र का यह सैन्यीकरण हो नहीं रहा है। रफ़ाल युद्धक विमानों  की खरीददारी दरअसल आंतरिक सुरक्षा के लिए है।राष्ट्र की सुरक्षा को जाहिर है कि सबसे ज्यादा खतरा उन्हीं लोगों से हैं जो हिंदू साम्राज्यवाद के खिलाफ चूं भी करने की जुर्रत करें।


मीडिया की खबरों के मुताबिक रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को कहा कि भारतीय सेना किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। मंत्री ने यह टिप्पणी उन रिपोर्ट के मद्देनजर की, जिसके मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे के दौरान आतंकवादी भारत में घुसपैठ कर जम्मू एवं कश्मीर के स्कूलों को निशाना बना सकते हैं।


राष्ट्रीय राजधानी में सेना दिवस समारोह के दौरान एक संवाददाता द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में पर्रिकर ने कहा, 'हम पूरी तरह तैयार हैं।' उन्होंने कहा कि कश्मीर में स्कूलों पर हमले का प्रयास कर आतंकवादी ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करेंगे।


सेना के 16वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केएच सिंह ने संवाददाताओं से जम्मू में कहा, 'पीर पंजाल पहाड़ी इलाके में 36 ठिकानों पर लगभग 200 आतंकवादी भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं।'


गणतंत्र दिवस पर ओबामा के भारत आगमन के पहले आतंकवादी स्कूलों तथा नागरिक इलाकों सहित विभिन्न जगहों पर हमले का प्रयास कर सकते हैं।


शोपियां जिले में गुरुवार को पांच आतंकवादी को मार गिराए जाने के बारे में पूछे जाने पर पर्रिकर ने कहा कि अभियान को पुख्ता खुफिया सूचनाओं के आधार पर अंजाम दिया गया।


गौरतलब है कि रफ़ाल फाइटर जेट सौदे को लेकर फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां-यवेस ल द्रियां ने बुधवार को भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से मुलाकाल की। भारत फ्रांस से 36  रफ़ाल जेट खरीदने जा रहा है। फ्रांस के रक्षा मंत्री मंगलवार रात यूएई, कतर और सऊदी अरब की यात्रा के बाद भारत पहुंचे। फ्रांस के दूतावास से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच इस रक्षा सौदे को लेकर आगे की बातचीत होगी। बता दें कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान 36 रफ़ालयुद्धक विमानों के सौदे पर सहमति बनी।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान पूरी तरह तैयार रफ़ाल विमानों की खरीदारी करने की घोषणा की थी। फ्रांस दूतावास से यहां जारी एक बयान के मुताबिक, दोनों रक्षा मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 9-12 अप्रैल के फ्रांस दौरे के दौरान राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद के साथ शुरू हुई सुरक्षा और रक्षा वार्ता को आगे बढ़ाएंगे, साथ ही 36 रफ़ाल विमानों की खरीदारी पर भी वार्ता करेंगे। मकसद है 10 अप्रैल की भारत-फ्रांस संयुक्त घोषण पर आगे की वार्ता करना।


गौरतलब है कि पिछले दिनों 28 अप्रैल से दो मई के बीच देश के पश्चिमी तट पर भारतीय और फ्रांसीसी नौसेना ने संयुक्त अभ्यास 'वरुण' पूरा किया है।

ली द्रियान के साथ वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और रफ़ाल निर्माता कंपनी दस्सॉ के वरिष्ठ अधिकारी भी आएंगे। 36 राफेल आयात पर लगभग 35 हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।



अब इकोनामिक टाइम्स को भी देख लेंः



हिंदू साम्राज्यवाद का सबसे नंगा बेशर्म चेहरा भारत का मीडिया है,जहां चितपावन,अयंगर, कान्यकूब्ज, नंबूदरी,मुखर्जी बनर्जी चटर्जी गांगुली चक्रवर्ती,मैथिली,सारस्वत शाश्वत वर्चस्व है और भारत की तमाम जातियों को गुलाम बनाने की रघुकुल रीति के तहत मनुस्मृति शासन उली भारतीय मीडिया की वैदिकी संस्कृति है,हां पैदल सेना के लोग कभी सिपाहसालार नहीं बनाये जाते।गोत्र परीक्षा के बाद ही पुरोहित नियुक्त होते हैं।इस मंदिर के अंतःस्थल में गैरब्राह्मण अछूतों का प्रवेश निषिद्ध है।


आज भी मेरे मेल बाक्स में दुनियाभर से विभिन्न भाषाओं के फीडबैक जमा हैं।कल रात माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के परमाणु समझौते पर यूपीए सरकार से समर्थन वापसी की खबर देते हुए अमलेंदु से बातें हुईं।नीलाभ का चट्टानी संगीत वाले आलेख की अगली कड़ी हस्तक्षेप पर पिछले रविवार को लग नहीं सकी थी,इसबार लगाने की याद दिलाने पर अमलेंदु ने कहा कि फीडबैक दसों दिशाओं से आ रहा है और रीडरशिप तेजी से बढ़ रही है।मदद करने को कोई अभी खडा़ नहीं हो रहा है।हमने कहा कि सब्र करो।दसों दिशाओं से मदद भी आने वाली है अगर तब तक हम जिंदा रहें।


शायद हमारे मित्रों को हमारी मौत का ही बेसब्री से इंतजार हो और हमारे मरने से पहले वे हमारे साथ खड़े नहीं हो सकते शायद।


बहरहाल मौत में अभी शायद कुछ वक्त बचा है और अभी हमारे रिटायर करने में कुल 372 दिन बाकी हैं और हम इस दौरान आनलाइन रहेंगे।सड़क पर आने से पहले तक।


हम कोई उन लोगों में शामिल नहीं हैं जो खास तौर पर बाजार में सांढ़ और घोड़े दौड़ाकर वसूली करते रहने के बाद अखबार का प्रसार साठ हजार से तीन सौ तक पहुंचा देने के बाद रिटायर होने के बाद छप्पन इंच की छाती में तब्दील होकर जनप्रतिबद्ध पत्रकारिता का दावा करें या हम उनमें भी नहीं हैं जो सलमान खान को सबसे बड़ा समकालीन मुद्दा मानते हैं।


दुनियाभर के अखबारों का प्रिंट प्रसार घट रहा है।अमेरिका से लेकर जापान और अब भारत में भी अखबारों का राजस्व आनलाइन है और प्रिंटेड सर्कुलेशन आंकड़ा भर है।


इसी वास्ते मैनफोर्स और जापानी तेल और राकेटकैप्सूल की बहारें हैं।आइकन हैं।


इस धोखाधड़ी का किस्सा भी हम बतायेंगे कि कैसे जिंदा अखबारों का कत्ल जानबूझकर किया जाता है और महज फाइल कापी छापकर देश भर के केंद्रों के फर्जीवाड़ा को करोड़ों के सर्कुलेशन में बदला जाता है।


बहरहाल कारपोरेटमीडिया के कारोबार का जनता से कोई मतलब है ही नहीं तो उसका रोना लेकर बैठना क्या।


हस्तक्षेप का सर्कुलेशन कुछ हो नहीं सकता क्योंकि यह आनलाइन है।लेकिन तेजी से रीडरशिप बढ़ रही है और नेटवर्क का भी विस्तार हो रहा है।अभी सर्वर तुरंत बदलने की जरुरत है और अपलोडिंग के लिए कम से कम पांच लोग चाहिए।


हमारे पास लोग तैयार हैं लेकिन न बैठने की जगह है,न कंप्यूटर है और न सर्वर के पैसे।हाल तो यह है कि स्टीवेंस से अब राजनीतिक मंतव्य या स्थानीय खबरे लिखने के लिए हमें मना करना पड़ा है क्योंकि सत्ता समर्थक तत्वों ने इस बीच उस पर कई दफा हमले किये हैं।हिंदी के बजाय उसे अब आर्थिक मुद्दों पर अंग्रेजी में लिखने को कहा है।


हस्तक्षेप पर लिखे का असर यह होने लगा है कि प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं।अब सोशल मीडिया पर हमारे लिखे पर सवाल दागे जा रहे हैं,यह हिंदू साम्राज्यवाद क्या बला है?


हमारा लिखा जिनकी समझ में नहींं आता वे कृपया अपनी शिथिल इंद्रियों को मैन फोर्स से तनिक राहत दें,जापानी तेल से थोड़ा परहेज करें,शापिंग से थोड़ा वक्त निकालें और गौर से अपने आस पास सामाजिक यथार्थ की गगन घटा गहरानी का जायजा ले और खबरों के दूसरे रुख को नजरअंदाज न करें।



केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर बयान देकर सुर्खियां बटोर ली है। दरअसल राजनाथ सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने की पैरवी की है। अयोध्या में राम लला के दर्शन करने गए राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर सौहार्दपूर्ण माहौल में राममंदिर बने तो इससे अच्छा कुछ नहीं होगा।

हालांकि उन्होंने राममंदिर निर्माण के साथ सौहार्द के लिए भी कहा है। इससे पहले भी राजनाथ सिंह ने राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा था कि बीजेपी के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है, इसलिए राम मंदिर के निर्माण के लिए कानून बनाने के वास्ते संसद में प्रस्ताव लाना इस बार संभव नहीं होगा।

राज्यसभा में बहुमत नहीं, कैसे बनाएं राम मंदिर: राजनाथ सिंह


The Economic Times

10 mins ·

Prime Minister Narendra Modi's first post on Weibo, saying hello to people of China, has over 11 million reads; 8,733 forwards; 12,316 comments and 18,594 likes.

Narendra Modi entered China's Weibo after two months of preparation - The Economic Times

The idea came from the PM himself before he was leaving for threenation tour to Seychelles, Mauritius and Sri Lanka, said the official.

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आज तक

रियलटाइम कवरेज देखें

सेंसेक्स ने लगाई 250 अंकों से ज्यादा की छलांग

आज तक

- ‎6 मिनट पहले‎







भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को मजबूत शुरुआत की है. अमेरिका और यूरोप से मिले अच्छे संकेतों और रविवार को चीन के ब्याज दरों में कटौती करने के फैसला का पॉजिटिव असर मार्केट पर पड़ा है. इसके चलते लगातार दूसरे कारोबारी दिन शेयर बाजार में तेजी कायम है. सोमवार को बाजार खुलते ही प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स ने 0.6 फीसदी की बढ़त के साथ 170.02 अंक ऊपर कारोबारी सत्र की शुरुआत की. वहीं निफ्टी ने भी 0.6 फीसदी की तेजी के साथ 47.10 प्वाइंट ऊपर शुरुआत की. बाजार खुलते ही सेंसेक्स जहां 27,275.41 पर खुला वहीं निफ्टी ने 8238.60 के स्तर से शुरुआत की. बैंक निफ्टी 0.60 फीसदी बढ़कर 17,894 के स्तर पर है.

गहराई से:सेंसेक्स इसी साल 30000 तक पहुंचेगानवभारत टाइम्स



आज तक

चीन में ब्याज दर कम, यहां कटौती की उम्मीद

आज तक

- ‎23 मिनट पहले‎







सुस्त आर्थिक गतिविधियों को सहारा देने के लिए चीन के सेंट्रल बैंक ने रविवार को एक बार फिर कंपनियों को सस्ते कर्ज मुहैया कराने के लिए ब्याज दरों में कटौती की है. पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने ब्याज दर को 25 बेसिस प्वाइंट घटाकर 5.1 फीसदी कर दिया है. नवंबर 2014 से लेकर अब तक चीन में ब्याज दरों की यह तीसरी कटौती है. इसके साथ ही सेंट्रल बैंक ने डिपॉजिट रेट में भी 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए 2.25 फीसदी कर दी है. नई दरें सोमवार सुबह (11 मई) से लागू हो गई हैं. ब्याज दरों में और भी कटौती का अनुमान बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के सेंट्रल बैंक ने अप्रैल के कमजोर ट्रेड डाटा और ...


Samachar Jagat

जल्द आ रहा है एक रुपए का नोट, फिर से होगी छपाई शुरू

Samachar Jagat

- ‎32 मिनट पहले‎







नई दिल्ली। इंडिया में 20 साल बाद फिर एक रुपए का नोट नजर आएगा। यह नोट बीस वर्ष पहले बंद हो चुका है। लेकिन अब सरकार फिर से एक रुपए का नोट जल्द बाजार में जारी करेंगी। प्रचलन से तेजी से गायब होते एक रुपए के नोट एक बार फिर आसानी से उपलब्ध होंगे, क्योंकि सरकार ने हर साल 15 करोड़ एक रुपए के नोट छापने का फैसला किया है। सरकार ने 20 साल बाद एक रुपए के नोटों की छपाई के लिए पिछले साल दिसंबर में गजट नोटिफिकेशन जारी किया था जो इस साल एक जनवरी से लागू हो गया है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक हर साल 15 करोड़ नोटों की छपाई की जाएगी ताकि लोगों के बटुए में इनकी उपस्थिति एक बार फिर से आम हो ...


आज तक

'पर्यावरण कानूनों से मंजूरी लेना होगा आसान'

आज तक

- ‎11 घंटे पहले‎







केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि पर्यावरण कानूनों के तहत परियोजनाओं के लिए मंजूरी लेना आसान, लेकिन उल्लंघन करना मुश्किल हो जाएगा और इस मुद्दे पर उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों पर राज्य सरकारों की राय पर विचार होगा. कोच्चि में शनिवार को उन्होंने कहा, 'जुर्माने में बढ़ोतरी, अनुपालन प्रणाली को मजबूत बनाने से जहां अनुमति लेना आसान होगा. वहीं उल्लंघन करना कठिन हो जाएगा.' उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों और सरकार के पांच प्रमुख पर्यावरणीय कानूनों में सुधार के कदमों के बारे में पूछ जाने पर उन्होंने यह बात कही. इसके साथ ही उन्होंने ...


Live हिन्दुस्तान

शीर्ष दस वित्तीय कंपनियों में शामिल हुई HDFC

KhabarFast News

- ‎20 मिनट पहले‎







मॉर्गेज ऋणदाता एचडीएफसी दुनिया की शीर्ष उपभोक्ता वित्तीय सेवा कंपनियों में शामिल हो गई है। इस सूची में दिग्गज कंपनियां अमेरिकन एक्सप्रेसवीजा व मास्टरकार्ड शामिल है। अमेरिकी बिजनेस पत्रिका फोर्ब्स द्वारा तैयार सूची में अमेरिकन एक्सप्रेस पहले स्थान पर है। उसके बाद कैपिटल वन फाइनेंशियलवीजाडिस्कवर फाइनेंशियल सर्विसेज और ओरिक्स पहले पांच स्थानों पर है। मास्टरकार्ड का सूची में छठा स्थान है। सूची में एचडीएफसी के बाद अमेरिका की सीआईटी ग्रुप आठवेंताइवान की हुआ नान फाइनेंशियल नौवें तथा चीन की फ्रैंशन प्रापर्टीज दसवें स्थान पर हैं। यह सूची फोर्ब्स की ...


आईबीएन-7

छोटे निवेशकों ने म्‍युचुअल फंड में फूंकी जान, 3 साल में 20 लाख करोड़ की हो जाएगी इंडस्‍ट्री

बिजनेस भास्कर

- ‎18 घंटे पहले‎







अबु धाबी। भारत के कई राज्‍यों में चिटफंड घोटालों की आंच में झुलसे छोटे निवेशकों का रुझान अब म्‍युचुअल फंड की ओर तेजी से बढ़ा है। इसी का नतीजा है कि वित्त वर्ष 2014-15 में फंड हाउसेस का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 51 फीसदी बढ़ गया है, वहीं रिलायंस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड के एयूएम में 95 फीसदी तक का इजाफा हो गया है। इससे उत्‍साहित म्‍युचुअल फंड इंडस्‍ट्री ने अगले पांच साल में 10 करोड़ खातों का इनवेस्‍टर बेस हासिल करने का लक्ष्‍य रखा है। इंडस्‍ट्री का मानना है कि अगले तीन साल में उसका एसेट बेस करीब 20 लाख करोड़ रुपए हो सकता है। रिलायंस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड के ...


Zee News हिन्दी

मई के अंत में आएगा आसान आयकर रिटर्न फार्म

Live हिन्दुस्तान

- ‎18 घंटे पहले‎







वित्त मंत्रालय इस महीने के अंत तक आयकर रिटर्न फार्म को आसान बना सकता है। इसमें निष्क्रिय पड़े बैंक खातों और ऐसे खातों जिनमें न्यूनतम राशि नहीं है उनके खुलासे की अनिवार्यता खत्म की जा सकती है। उद्योग और सांसदों द्वारा मुश्किल खुलासा मानदंडों का विरोध करने के बाद यह सरलीकृत फार्म पेश किया जा रहा है और इसमें हर विदेश यात्रा के ब्यौरे में भी ढील दी जा सकती है। एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि संसद सत्र खत्म होने के बाद वित्त मंत्रालय के अधिकारियों की आंतरिक बैठक होगी। हम इस पर विचार कर रहे हैं कि बेकार बड़े बैंक खातों का खुलासा करने की जरूरत है या नहीं क्योंकि ...


एनडीटीवी खबर

लोकसभा में आज भूमि अधिग्रहण बिल पेश करेगी सरकार

एनडीटीवी खबर

- ‎53 मिनट पहले‎







नई दिल्ली: सरकार आज लोकसभा में भूमि अधिग्रहण बिल पेश करेगी। बिल को पास कराने की योजना के तहत ही सरकार ने लोकसभा सत्र को तीन दिन के लिए बढ़ाया है। लैंड बिल को मार्च महीने में लोकसभा में पास कराया गया था, लेकिन राज्यसभा में सरकार की ओर से इसे पेश नहीं किया जा सका था। अध्यादेश की अवधि खत्म होने के बाद दोबारा अध्यादेश लाया गया था। कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियां इस बिल को लेकर सरकार को घेर रही हैं। विपक्ष इसे किसान विरोधी बता रहा है। खबरें ये भी हैं कि सरकार इस बिल को संसद की संयुक्त समिति के पास भेजने का सुझाव दे सकती है ताकि इस पर सहमति बनाई जा सके।


आज तक

चौतरफा हमलों के बीच अमित शाह का दावा- किसानों का विरोधी नहीं, दोस्त है लैंड बिल

आज तक

- ‎2 घंटे पहले‎







भूमि अधिग्रहण विधेयक पर बीजेपी सरकार इन दिनों बचाव की मुद्रा में है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बिल पर सफाई देते हुए कहा कि यह विधेयक 'किसान मित्र' है, 'किसान विरोधी' नहीं, जैसा कि विपक्ष बता रहा है. अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'कांग्रेस भूमि अधिग्रहण विधेयक पर झूठ फैलाने और यह भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है कि यह किसान विरोधी है. लेकिन हकीकत ये नहीं है. मैं मध्य प्रदेश और देश के किसानों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि भूमि अधिग्रहण विधेयक में उनके साथ कोई अन्याय नहीं होगा.' भूमि अधिग्रहण विधेयक पर एनडीए सरकार विपक्ष के सख्त विरोध का ...


दैनिक जागरण

बैंक लूटने के लिए खोदी 5 फीट लंबी सुरंग, बंद अस्पताल से शुरू की थी खुदाई

दैनिक भास्कर

- ‎9 घंटे पहले‎







हिसार। सरकुलर रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा रविवार को लुटने से बच गया। बैंक के साथ लगती खाली इमारत से सुरंग बनाकर चोर स्ट्राॅन्ग रूम तक पहुंच चुके थे। लेकिन, सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) की परीक्षा होने के कारण बैंक के ज्वाइंट मैनेजर आरके मेहता प्रश्न पत्र लेने बैंक पहुंचे। वे जैसे ही वे बैंक के स्ट्रॉन्ग रूम में पहुंचे तो वहां देखा कि फर्श में तीन फीट चौड़ी सुरंग बनी है। स्ट्रॉन्ग रूम में 47 लाख रुपए थे, जो सुरक्षित हैं। पुलिस बैंक अधिकारियों के बयान दर्ज कर वारदात की गुत्थी को सुलझाने में जुट गई है। बैंक के ज्वाइंट मैनेजर आरके मेहता का कहना है कि ब्रांच मैनेजर बाहर गए हुए हैं। नुकसान ...


इकनॉमिक टाइम्स

FII ने इस महीने मार्केट से 12000 करोड़ रुपए निकाले

बिजनेस भास्कर

- ‎16 घंटे पहले‎







विदेशी निवेशक टैक्सेशन की चिंता के बीच भारतीय पूंजी बाजार में निवेश घटा रहे हैं। विदेशी निवेशकों ने इस महीने अभी तक भारतीय पूंजी बाजार से 12,000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि निकाली है। जनवरी से अप्रैल के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 94,241 करोड़ रुपए का निवेश किया। लेकिन मासिक आधार पर किए गए विश्लेषण से स्पष्ट है कि फंड के फ्लो में गिरावट का रुझान है। एफपीआई निवेश जनवरी, 2015 में 33,688 करोड़ रुपए और फरवरी में 24,564 करोड़ रुपए रहा। मार्च में यह 20,723 करोड़ रुपए और अप्रैल में 15,266 करोड़ रुपए रहा। डिपॉजिटरी और शेयर बाजारों से प्राप्त ताजा आंकडों के ...


Sanjeevni Today

खुशखबरी: 30 जरूरी दवाओं के दाम होंगे कम

Sanjeevni Today

- ‎18 घंटे पहले‎







नई दिल्ली। देश मे लगातार बढ़ रही महंगाई के दौर में ये खबर आपको कुछ राहत दे सकती है। दरअसल खबर यह है कि डायबीटीज, टीबी व मलेरिया जैसे रोगों की ऐंटिबायॉटिक समेत कुल 30 दवाओं की कीमतें करीब 25 से 30 फीसदी कम होने वाली हैं। यही नहीं सुनने में तो यह भी आ रहा है कि कुछ मामलों में तो दवाओं की कीमतों में 50 फीसदी तक की कमी आ जाएगी। अब आप यह सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा हुआ कैसे, तो बता दें कि दवाओं के मूल्य नियंत्रण करने वाली सरकारी एजेंसी ने कुछ जरूरी दवाओं की नई मूल्य सीमा तय कर दी है। हाल ही में नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) ने इन जरूरी दवाओं की नई मूल्य ...


आज तक

अब तत्काल स्पेशल ट्रेन

प्रभात खबर

- ‎1 घंटा पहले‎







नयी दिल्ली : कई बार आपातकालीन स्थिति में भी आपको यात्रा करनी पड़ती है, जिसके लिए पहले से योजना नहीं बनी होती या कई बार ऐसा होता है कि व्यस्त सीजन होने के चलते आपको रेल का टिकट ही नहीं मिलता. अब आपको इससे छुटकारा मिल सकता है. भारतीय रेल जल्द ही अपनी 'तत्काल स्पेशल' ट्रेनों को शुरू करनेवाला है. हालांकि, इस ट्रेन को व्यस्त सीजन में चलाया जायेगा. इसके लिए आपको अपनी जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करनी होगी. 175 से 400 रुपये देना होगा ज्यादा रेल मंत्रालय के मुताबिक आर्थिक तंगी से जूझ रही रेलवे कुछ व्यस्ततम मार्गो पर तत्काल किराये के आधार पर विशेष ट्रेनों को चलायेगा.


दैनिक जागरण

टेलीकॉम कंपनियों के रेवेन्यू में 9.5 फीसद की बढ़ोतरी

Nai Dunia

- ‎12 घंटे पहले‎







नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनियों का कुल रेवेन्यू अक्टूबर-दिसंबर, 2014 की तिमाही में 9.54 फीसद बढ़कर 63,955 करोड़ रुपये रहा। दूरसंचार नियामक ट्राई की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। ट्राई की परफॉर्मेंस इंडिकेटर रिपोर्ट के अनुसार इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में ऑपरेटरों का कुल रेवेन्यू 58,385 करोड़ रुपये था। तिमाही के दौरान ऑपरेटरों का एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू यानी एजीआर 10.15 फीसद बढ़कर 43,591 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 39,575 करोड़ रुपये था। एजीआर के आधार पर ही ऑपरेटर सरकार को लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम शुल्क का भुगतान करते हैं।


Zee News हिन्दी

एसबीआई, सिटीबैंक से गठजोड़ कर सकती है एयर इंडिया

Zee News हिन्दी

- ‎13 घंटे पहले‎







नई दिल्ली : सार्वजनिक विमानन कंपनी एयर इंडिया विदेशी बाजारों से 30 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए सिटी बैंक व भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से गठजोड़ कर सकती है। सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया विदेशी बाजारों से बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) के रूप में 30 करोड़ डॉलर जुटाना चाहती है। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया यह धन अपनी कार्यशील पूंजी जरूरतों के लिए जुटाना चाहती है। सूत्रों ने बताया,' एयर इंडिया को कुछ बैंकों व वित्तीय संस्थानों से प्रस्ताव मिले हैं। इन पर विचार किया जा रहा है लेकिन इस समय सिटीबैंक-एसबीआई की पेशकश काफी रोचक लग रही है।' उनके साथ गठजोड़ किया जा सकता है।


प्रभात खबर

उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर कैग ने की खिंचाई

प्रभात खबर

- ‎5 घंटे पहले‎







नयी दिल्ली : नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकाम) तथा एयरटेल सहित अन्य कंपनियों द्वारा नियमों के उल्लंघन मामले में समय पर कार्रवाई नहीं करने के लिए दूरसंचार विभाग की सतर्कता शाखा की खिंचाई की है. कैग ने एक रपट में कहा है कि आरकाम ने विभाग के दिशा निर्देशों का उल्लंघन करते हुए दिल्ली में जीएसएम सेवाएं शुरू कीं जबकि एयरटेल एक कंपनी की वैधता का सत्यापन किये बिना ही उसे लीज लाइन देती हुई पाई गई. आरकाम व एयरटेल ने हालांकि इस बारे में सवालों पर टिप्पणी से इनकार किया है. कैग ने दूरसंचार प्रवर्तन, रिसोर्स एंड मानिटरिंग (टीइआरएम) प्रकोष्ठ की ...


एनडीटीवी खबर

शेयर बाजारों में तेजी का रुख

एनडीटीवी खबर

- ‎26 मिनट पहले‎







मुंबई: देश के शेयर बाजारों में सोमवार को शुरुआती कारोबारों में तेजी का रुख देखा गया। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.37 बजे 235.15 अंकों की तेजी के साथ 27,340.54 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 63.15 अंकों की तेजी के साथ 8,254.65 पर कारोबार करते देखे गए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 144.03 अंकों की तेजी के साथ 27,249.42 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 51.70 अंकों 8,243.20 पर खुला। Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो ...


मनी कॉंट्रोल

टैक्सपेयर्स की शिकायतों का निपटारा जल्द

मनी कॉंट्रोल

- ‎41 मिनट पहले‎







टैक्सपेयर्स की शिकायतें दूर होने में देरी पर पीएम मोदी ने टैक्स डिपार्टमेंट की फटकार लगाई है। जिसके बाद टैक्स डिपार्टमेंट हरकत में आ गया है। सीबीडीटी ने लंबित शिकायतों से जुड़े मामले फास्ट ट्रैक पर डाल दिए हैं। साथ ही संबंधित विभाग इन मामलों में हो रही प्रोग्रेस को मॉनीटर करेगा। इनकम टैक्स विभाग का इन मामलों का निपटारा करने पर खास जोर होगा। विभाग के अधिकारियों को ऐसे मामलों पर जल्द निपटाने की कोशिशें तेज करने को कहा गया है। जे सागर एसोसिएट्स के सुनील जैन का मानना है कि टैक्सपेयर्स की समस्याओं को सुलझाने के लिए टैक्स विभाग को सिस्टम में सुधार करना चाहिए।


Patrika

सोने के गहनों में 45 फीसदी तक अशुद्धि, जांच लें अपने आभूषण

Patrika

- ‎35 मिनट पहले‎







नई दिल्ली। बिना हॉलमार्क वाले सोने के गहनों के सरकारी सर्वेक्षण में उनमें 45 फीसदी तक अशुद्धि पाई गई है, जबकि औसतन अशुद्धि 13.5 फीसदी मिली है। कंज्यूमर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी पिछले महीने कहा था कि देश में बिकने वाले बिना हॉलमार्क के स्वर्णाभूषणों में 40 फीसदी अशुद्धि पाई जाती है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने पिछले सप्ताह लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सरकार द्वारा सोने के गहनों के दो सर्वेक्षण 2001 और 2006 में कराए गए थे। पहले सर्वेक्षण में 89 फीसदी नमूने फेल हो गए, जबकि दूसरे में 90 फीसदी नमूने जांच में खरा नहीं उतर सके।


दैनिक जागरण

एसबीआइ में 24.80 लाख का फर्जीवाड़ा

दैनिक जागरण

- ‎2 घंटे पहले‎







जागरण संवाददाता, गोरखपुर : कारपोरेशन बैंक की शाखा में 28.60 लाख के फर्जीवाड़ा का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) की प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय शाखा स्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमटीयू) के खाते में 24.80 लाख का फर्जीवाड़ा सामने आया है। विश्वविद्यालय को इश्यू जिन चेक नंबरों से यह धन निकाला गया है, वे सभी चेक नंबर विश्वविद्यालय के पास मौजूद हैं। इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है और बैंक ने अपने स्तर से भी जांच शुरू कर दी। इन घटनाओं को लेकर बैंक अधिकारियों के होश उड़ गए हैं। गत 28 अप्रैल को एमएमएमटीयू ने किसी ...



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खुशखबरी: 30 जरूरी दवाओं के दाम होंगे कम

Sanjeevni Today - 18 घंटे


केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर बयान देकर सुर्खियां बटोर ली है। दरअसल राजनाथ सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने की पैरवी की है।


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