इन्साफ की मशाल जलाने वाले हम लोग मर थोड़े ही गए हैं। वैसे ये इत्तेफाक ही होगा कि दो तारीख को जनवादी ताकतों ने अपनी ताकत दिखाई और दो दिन के भीतर ही दो जनवादी कार्यकर्ताओं हेम मिश्रा और रोमा बहन को ज़मानत पर जेल से रिहा कर दिया गया अरे जज साहेबान मोदी कोई...
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