THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

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Monday, August 29, 2011

Fwd: [Bharat Mukti Morcha] ओबीसी जागा हो और इस देश राजा हो.........



---------- Forwarded message ----------
From: Pratap Chatse <notification+kr4marbae4mn@facebookmail.com>
Date: 2011/8/29
Subject: [Bharat Mukti Morcha] ओबीसी जागा हो और इस देश राजा हो.........
To: Bharat Mukti Morcha <197945393557147@groups.facebook.com>


ओबीसी जागा हो और इस देश राजा हो.........  असल में इस देश का राजा, मालिक ओबीसी है. लेकिन उसको ब्राहमनी प्रिंट मिडिया और इलेक्ट्रोनिक मिडिया ने ओबीसी के मन मस्तिष्क पर कब्ज़ा करके भिकारी और गुलाम बनाया है. ओबीसी जागृत हो और इस देश राजा बनो.   ३% ब्राम्हण जो ७०% जगह पर कब्जा करके बॆठा हॆ, ऒर जब ५२% ओ.बी.सी. (हिंदु) के साथ मे घुल मील जाता हॆ, तो ब्राम्हण की प्रगती का चढता हुआ आलेख, ओ.बी.सी. का भी माना जाता हॆ, ऒर वास्तव मे ओ.बी.सी. पिछडा ही रेह जाता हॆ! ईसि वजह से १५ ऑगस्ट १९४७ के बाद ओ.बी.सी. छोड्कर (एस.सी/एस.टी./मुस्लीम/ख्रिश्चन/पारशी/जानवर/पेड/हिजडे/भिकारी) सभी की गिनती होती थी. .................ओ.बी.सी. की अगर जाती आधारीत गिनती होती हॆ तो सबसे ज्यादा नुकसान ब्राम्हणॊ को होगा, यह बात ब्राम्हणो को पता हॆ, ईसिलीये वो हमेशा कोई ना कोई बडा कांड खडा करके, ओ.बी.सी. लोगों का ध्यान हटा देते हॆ, यह उनकी रणनिती ओ.बी.सी. भाईयों के समझमे आनी चाहीये. १८ मे २०११ को सरकार ने ओ.बी.सी. लोगोंको आश्वस्थ कीया था के उनकी जाती आधारीत गिनती होगी, लेकीन उस ओ.बी.सी. समाज के ही रामदेव बाबा का आंदोलन खडा करके ओ.बी.सी. को वापस गुमराह कर दिया! उसी ओ.बी.सी. समाज के कई लोग ब्राम्हणो के झांसे मे आकर ईस आंदोलन को जातीय आंदोलन का नाम देके, खुद ही धोका खाते हॆ! यह बात बहोत हि पिडा देनेवाली होती हॆ!............. ओ.बी.सी. समाज के लोगों को अभी अपने मित्र ऒर शत्रु मे फ़रक करना सिख लेना चाहीये ऎसा मुझे लगता हॆ! जातीय निहाय जनगणना कोई जातीय आंदोलन नही हॆ, ये आंदोलन उनके अधिकार के लीये हॆ!! ओ.बी.सी. की जाती आधारीत जनगणना से किसका कीतना हिस्सा हॆ, यह आईने की तरह साफ़ हो जायेगा, ओर ओ.बी.सी अपने अधिकार से वंचीत नही रहेगा............अब उन्हे वापस गुमराह करने के लीये अण्णा हजारे का आंदोलन खडा कर दिया हॆ............. यह बात भि आईने की तरह साफ़ हॆ!  देश की सही और निर्णायक लढाई लढ़णी है ओ सिर्फ भारत मुक्ति मोर्चा के द्वारा...... देश में कोण और कैसे षडयंत्र कर रहा है ये सिर्फ भारत मुक्ति मोर्चा ही पहचानता है..... देश में भारत मुक्ति मोर्चा की लढाई सही दिशा से जा रही है... देश में एक ही चर्चा भारत मुक्ति मोर्चा.... और देश का एकमेव मोर्चा ओ भी सिर्फ भारत मुक्ति मोर्चा.....  तो सब चलो १ सितम्बर २०११ रामलीला मैदान दिल्ली ओबीसी की जातवार जनगणना करना मतलब ५२% ओबीसी को इस देश का राजा बनाने की प्रक्रिया. ओबीसी जाग जा और इस देश का राजा बन जा देश की बागडोर हात में लेलो और दुबारा इस देश को सम्राट अशोक भारत बना.
Pratap Chatse 6:08pm Aug 29
ओबीसी जागा हो और इस देश राजा हो.........

असल में इस देश का राजा, मालिक ओबीसी है. लेकिन उसको ब्राहमनी प्रिंट मिडिया और इलेक्ट्रोनिक मिडिया ने ओबीसी के मन मस्तिष्क पर कब्ज़ा करके भिकारी और गुलाम बनाया है. ओबीसी जागृत हो और इस देश राजा बनो.

३% ब्राम्हण जो ७०% जगह पर कब्जा करके बॆठा हॆ, ऒर जब ५२% ओ.बी.सी. (हिंदु) के साथ मे घुल मील जाता हॆ, तो ब्राम्हण की प्रगती का चढता हुआ आलेख, ओ.बी.सी. का भी माना जाता हॆ, ऒर वास्तव मे ओ.बी.सी. पिछडा ही रेह जाता हॆ! ईसि वजह से १५ ऑगस्ट १९४७ के बाद ओ.बी.सी. छोड्कर (एस.सी/एस.टी./मुस्लीम/ख्रिश्चन/पारशी/जानवर/पेड/हिजडे/भिकारी) सभी की गिनती होती थी. .................ओ.बी.सी. की अगर जाती आधारीत गिनती होती हॆ तो सबसे ज्यादा नुकसान ब्राम्हणॊ को होगा, यह बात ब्राम्हणो को पता हॆ, ईसिलीये वो हमेशा कोई ना कोई बडा कांड खडा करके, ओ.बी.सी. लोगों का ध्यान हटा देते हॆ, यह उनकी रणनिती ओ.बी.सी. भाईयों के समझमे आनी चाहीये. १८ मे २०११ को सरकार ने ओ.बी.सी. लोगोंको आश्वस्थ कीया था के उनकी जाती आधारीत गिनती होगी, लेकीन उस ओ.बी.सी. समाज के ही रामदेव बाबा का आंदोलन खडा करके ओ.बी.सी. को वापस गुमराह कर दिया! उसी ओ.बी.सी. समाज के कई लोग ब्राम्हणो के झांसे मे आकर ईस आंदोलन को जातीय आंदोलन का नाम देके, खुद ही धोका खाते हॆ! यह बात बहोत हि पिडा देनेवाली होती हॆ!............. ओ.बी.सी. समाज के लोगों को अभी अपने मित्र ऒर शत्रु मे फ़रक करना सिख लेना चाहीये ऎसा मुझे लगता हॆ! जातीय निहाय जनगणना कोई जातीय आंदोलन नही हॆ, ये आंदोलन उनके अधिकार के लीये हॆ!! ओ.बी.सी. की जाती आधारीत जनगणना से किसका कीतना हिस्सा हॆ, यह आईने की तरह साफ़ हो जायेगा, ओर ओ.बी.सी अपने अधिकार से वंचीत नही रहेगा............अब उन्हे वापस गुमराह करने के लीये अण्णा हजारे का आंदोलन खडा कर दिया हॆ............. यह बात भि आईने की तरह साफ़ हॆ!

देश की सही और निर्णायक लढाई लढ़णी है ओ सिर्फ भारत मुक्ति मोर्चा के द्वारा......
देश में कोण और कैसे षडयंत्र कर रहा है ये सिर्फ भारत मुक्ति मोर्चा ही पहचानता है.....
देश में भारत मुक्ति मोर्चा की लढाई सही दिशा से जा रही है...
देश में एक ही चर्चा भारत मुक्ति मोर्चा....
और देश का एकमेव मोर्चा ओ भी सिर्फ भारत मुक्ति मोर्चा.....

तो सब चलो १ सितम्बर २०११ रामलीला मैदान दिल्ली ओबीसी की जातवार जनगणना करना मतलब ५२% ओबीसी को इस देश का राजा बनाने की प्रक्रिया.
ओबीसी जाग जा और इस देश का राजा बन जा देश की बागडोर हात में लेलो और दुबारा इस देश को सम्राट अशोक भारत बना.

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Palash Biswas
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