| अभी-अभी वरिष्ठ साहित्यकार कुसुम वियोगी से ज्ञात हुआ कि समता प्रकाशक के संचालक रामफल जी का कुछ दिन पहले ब्रेन-हैमरेज से एक अस्पताल में देहांत हो गया है। अम्बेडकर के साहित्य औऱ दलित साहित्य को स्थापित करने में रामफल जी और उनके समता प्रकाशन के योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता है। वे अपने इस प्रकाशन संस्थान और अम्बेडकरी आंदोलन के इतने समर्पित कार्यकर्ता थे कि उन्होने कर्ज लेकर, तमाम तरह की कठिनाईयां झेलते हुए लगातार किताबें छापना जारी रखा और आंदोलन से सक्रिय रुप से जुड़े रहे। हम रामफल जी के जीवन से प्रेरणा और ऊर्जा लेते हुए उन्हें सादर पुष्पांजलि अर्पित करते है। साथी यदि रामफल जी के बारे में अधिक जानना चाहे वह कुसुम वियोगी जो को फोन कर सकते है। कुसुम वियोगी जी का मोबाईल नंबर -9958663690 है। |
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