THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA INDIA AGAINST ITS OWN INDIGENOUS PEOPLES

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Thursday, December 17, 2015

असहिष्णुता के खिलाफ समकालीन जनमत नवंबर-दिसंबर 2015

असहिष्णुता के खिलाफ


समकालीन जनमत


नवंबर-दिसंबर 2015

पहला पन्ना :
देश भर में उठने लगी है असहिष्णुता के खिलाफ आवाज

आवरण कथा
लड़ना है स्मृति को नष्ट कर देने की हर कोशिश के खिलाफ : प्रणय कृष्ण

पुरस्कार वापसी आंदोलन में शामिल साहित्यकारों, कलाकारों, फिल्मकारों, वैज्ञानिकों की सूची

पुरस्कार वापसी राजनीतिक वितंडा नहीं, एक सांस्कृतिक परिघटना है : जी.एन. देवी
जब बोलना है अपराध, हमें बुलंद करनी है आवाज : सईद मिर्जा
मोदी की चुप्पी ने उपद्रवी तत्वों का उत्साह बढ़ा दिया है : राहुल पंडिता

2015 का बिहार चुनाव- एक नजर : दीपंकर भट्टाचार्य
गरीबों ने सामंती-अपराधी ताकतों के मुंह में हाथ डालकर जीत छीन ली है (तरारी वि.स. की रिपोर्ट)
अभूतपूर्व विजय : जावेद इकबाल (बारसोई से एक रिपोर्ट)

सामयिकी 
संघ-भाजपा का डाॅ. अंबेडकर प्रपंच : रामायन राम
टीपू सुल्तान : शैलेंद्र चैहान

चर्चा में
पर्सनल लाॅ में सुधार लैंगिक समानता के लिए हो, राष्ट्रीय एकीकरण के लिए नहीं : इरफान इंजीनियर

गौरतलब
'विभाजनवादिता का गढ़' जेएनयू नहीं, आरएसएस है : कविता कृष्णन

आक्युपाई यूजीसी

कविता
परिकल्पित कथा लोकांतर काव्यनाटिका
नौरात, शिवदास और सिरी भोग वगैरह : वीरेन डंगवाल

लाल्टू, अनिल कार्की और महेश पुनेठा की कविताएं

स्मरण : वीरेन डंगवाल
तुम्हें युयुत्सा प्रिय थी : पंकज चतुर्वेदी
भरोसा जहां, वीरेन डंगवाल वहां : मिथिलेश सिंह
एक छुअन की याद: योगेंद्र आहूजा
प्रेम, प्रतिबद्धता और प्रतिरोध की टेक : प्रियदर्शन मालवीय
वह मस्ती सकल और सकल ज्ञान : मनोहर नायक
वे जो मानते हैं बेआवाज जबड़े को सभ्यता... : त्रिनेत्र जोशी

पुस्तक चर्चा
इस दुख की दवा करे कोई : सुधीर सुमन
(प्रकोप तथा अन्य कहानियां : कैलाश बनवासी, ताकि बची रहे हरियाली : अनंत कुमार सिंह, भारत का गहराता कृषि संकट और किसानों की आत्महत्याएं : सियाराम शर्मा)
श्रमजीवी मुस्लिम लोकजीवन की सहजता से साक्षात्कार कराते लोकगीत 
(डाॅ. सबीह अफरोज अली द्वारा संकलित-संपादित पुस्तक 'मुस्लिम लोकगीत पर आलोक श्रीवास्तव)

श्रद्धांजलि
डाॅ. महीप सिंह, अरुण कुमार, हेमेन्द्र नारायण

गतिविधि
चैथा कुबेर दत्त स्मृति व्याख्यान
आजमगढ़ फिल्मोत्सव
कविता 
रंगीन मौत : घनश्याम त्रिपाठी

इस अंक की कीमत 30 रुपये
वार्षिक सदस्यता- 200 रुपये
संस्थाओं के लिए- 250
बाहर के चेक के साथ अतिरिक्त 50 रुपये.
संपर्क- 267, पुराना कटरा, इलाहाबाद, पिन- 211002


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