THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA

THE HIMALAYAN TALK: PALASH BISWAS TALKS AGAINST CASTEIST HEGEMONY IN SOUTH ASIA INDIA AGAINST ITS OWN INDIGENOUS PEOPLES

PalahBiswas On Unique Identity No1.mpg

Sunday, January 29, 2012

‘‘रूश्दी के दौरे को सार्वजनिक करना भयावह भूल थी’’

Sunday, 29 January 2012 12:44

नयी दिल्ली, 29 जनवरी (एजेंसी) जयपुर साहित्य महोत्सव के प्रस्तुतकर्ता का कहना है कि विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी के दौरे को सार्वजनिक करना आयोजकों की ओर से हुई एक 'भयावह भूल' थी। वर्ष 2007 में जब इस महोत्सव का आयोजन हुआ था तब इसमें रूश्दी शामिल हुए थे और कोई हल्ला भी नहीं हुआ था। इसी तरह वर्ष 2010 में इस महोत्सव में विवादास्पद डच-सोमालियाई लेखक अयान हिरसी अली भी आए थे और कोई विवाद नहीं हुआ था।
महोत्सव के प्रस्तुतकर्ता संजय के. रॉय ने कहा कि यह बेहतर होता कि रूश्दी के दौरे का ऐलान नहीं किया जाता क्योंकि ऐलान से तो यह मामला पूरे महोत्सव पर हावी हो गया।
सीएनएन...आईबीएन पर प्रसारित करण थापर के कार्यक्रम 'डेविल्स एडवोकेट' में रॉय ने कहा, ''मेरा मानना है कि रूश्दी के दौरे को सार्वजनिक करना एक बड़ी भूल थी ... बड़ी भूल ... ।''

उन्होंने कहा कि रूश्दी का दौरा रद्द करने का फैसला उस खुफिया जानकारी के आधार पर था, जो राजस्थान आईबी की ओर से मिली थी। 
उनसे पूछा गया था कि आयोजकों ने तीन सप्ताह पहले ही रूश्दी के दौरे को सार्वजनिक कर दिया था। 
रॉय ने कहा, ''राजस्थान आईबी से सूचना मिली थी और इसके आधार पर रूश्दी का दौरा नहीं हुआ। यह सबसे अच्छा फैसला था।''
हाल ही में रूश्दी के प्रस्तावित दौरे को लेकर उस वक्त विवाद खड़ा हो गया था, जब कई मुस्लिम संगठनों ने सरकार से मांग की कि देश में प्रतिबंधित किताब ''द सैटेनिक वर्सेज'' के लेखक को भारत आने से रोका जाए।

No comments:

Post a Comment

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...