महिला की जिंदगी का अहम हिस्सा है।
फुटपाथ पर पकौड़ी छानना और उसे बेचना।
इस महिला के दो बच्चे हैं। बेटा है शॉलिन दे
और एक बहन। बहन की शादी हो चुकी है।
शॉलिन अभी एनआईआईटी के फाइनल
एग्जाम की तैयारी में
है। अब उसकी तैयारी एमबीए करने की है..
शॉलिन को उसकी मां ने कभी अपने काम में
नहीं डाला इसकी जगह वह उसे पढऩे
को प्रेरित करती रहीं।...
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